‘मैं गौमांस खा चुका हूं, मौका मिला तो फिर खाऊंगा’
नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने गौ हत्या पर प्रतिबंध को अलोकतांत्रिक और सामंती सोच का परिचायक बताते हुए विरोध किया है।
एक ब्लॉग लिखकर काटजू ने यह भी खुलासा किया है कि वह गोमांस खा चुके हैं और मौका मिलेगा तो फिर खाएंगे। काटजू ने कहा कि गौ हत्या पर पाबंदी की मांग सिर्फ राजनीतिक है और ऐसा किए जाने पर विदेशों में भारत की छवि खराब होगी और उन्हें हमारे ऊपर हंसने का मौका मिलेगा। हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा में गोमांस पर प्रतिबंध लगाया गया था।
काटजू ने गोमांस के पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि यह सस्ते प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। उन्होंने अपनी बात को मजबूती देते हुए कहा कि नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और केरल में गोमांस की बिक्री पर बैन नहीं है। गोमांस की बिक्री पर रोक नहीं है।
काटजू का कहना है, ‘गौ हत्या के खिलाफ शोर मचाने वाले लोगों को उन गायों की भी फिक्र करनी चाहिए, जिन्हें ठीक से खाना नहीं मिलता है। मैंने गायों को कचरा खाते हुए देखा है।’ काटजू ने पूछा, ‘दुनिया में ज्यादातर लोग गोमांस खाते हैं। क्या वे सभी लोग पापी हैं। मुझे गोमांस खाने में कुछ गलत नहीं दिखता।’